Up Government Move To Roll Back Free Rasion Scheme | FRS पर सरकार का बड़ा फैसला और लोगों पर गहरा प्रभाव

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सरकार के द्वारा Free Rasion Scheme समाप्त करने का फैसला क्यों लिया गया Free Rasion Scheme समाप्त होने से लोगों पर क्या प्रभाव पड़ा और इस फैसले पर लोगों ने क्या प्रतिक्रियाएं दी आज के इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी डिटेल में देने वाले हैं।

केंद्र सरकार और राज्य सरकार अक्सर लोगों के हित में जो योजनाएं जारी करती है उनमें से कई ऐसी योजनाएं होती है जो लोगों को राहत पहुंचाती है। लेकिन सोचिए अगर कोई सरकार अपनी उस योजना को समाप्त कर दे तो यह लोगों पर कैसे प्रभाव डालेगी?

हम बात कर रहे हैं यूपी सरकार के ऐसे फैसले की जिसने 150 मिलियन लोगों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है और यह फैसला है- मुफ्त राशन योजना समाप्त करना। 

Free Rashion Scheme क्या थी?

यूपी सरकार ने कोरोनावायरस के दौर में अपने राज्य में मुफ्त राशन वितरित करने की योजना बनाई थी जिसने लोगों को राहत दी थी जिसके अंतर्गत राज्य के लोगों को गेहूं, चावल, रिफांइड तेल, नमक और चने मुफ्त मे देती थी जिससे सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य के 15 करोड़ लोग लाभ प्राप्त करते थे।

Free Rashion Scheme
Free Rashion Scheme

Roll Back Free Rashion Scheme Overview

योजना का नाममुफ्त राशन वितरण समाप्ति
स्किमराज्य सरकार
राज्यउत्तरप्रदेश
प्रभावितउत्तरप्रदेश के 15 करोड़ नागरिक
आदेश जारीअगस्त
समस्याआर्थिक समास्या का सामना
मिलने वाले लाभएक लिटर रिफाइंड तेल, एक किलो नमक और एक किलो चना मुफ्त मे दिया जाएगा।

मुफ्त राशन वितरण समाप्ति के बाद राशन की कीमत 

यूपी सरकार के इस बड़े फैसले ने लोगों को काफी ज्यादा प्रभावित किया है। वहीं अब सरकार ने यह तय किया है कि राशन कार्ड धारकों को गेहूं और चावल के लिए 2 रुपये व 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भुगतान करना होगा। सरकार ने यह भी कहा कि उनकी तरफ से 1 लीटर रिफाइंड तेल, चना और 1 किलो नमक मुफ्त में नागरिकों को प्राप्त होता रहेगा।

यूपी सरकार ने पत्र गृहस्थी और अंत्योदय की श्रेणी में आने वाले नागरिकों के लिए कुछ अलग- अलग नियम बनाए हैं जैसे कि पत्र गृहस्थी अर्थात वह लोग जो प्राथमिक घरेलू श्रेणी में आते हैं जिनकी संख्या 31.9 मिलियन है  उन्हें सरकार द्वारा 5 किलो खाद्यान्न प्राप्त होगा जिसमें 2 किलो गेहूं 2 रुपये प्रति किलोग्राम और 3 किलो चावल 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिलेगा। जबकि अंत्योदय श्रेणी में आने वाले लोग जो कि गरीब परिवार के लोग होते हैं जिनकी संख्या लगभग 40 लाख है उन्हें 35 किलो खाद्यान्न प्रदान किया जाएगा जिसमें 14 किलो गेहूं 2 रुपये प्रति किलोग्राम और 21 किलो चावल 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्रदान किया जाएगा।

25 अगस्त से जुलाई माह का राशन दिया जा रहा है जिसके लिए अब लोगों को पैसे देने पड़ रहे हैं।

Free Rasion वितरण समाप्ति फैसले पर नागरिकों की प्रतिक्रिया

जब से उत्तर प्रदेश राज्य के नागरिकों को मुफ्त राशन वितरण समाप्ति फैसले के बारे में पता चला है तब से ही नागरिकों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। कई लोगों ने सरकार की आलोचना भी की वहीं कुछ लोगों ने यह कहा कि सरकार को मुफ्त राशन वितरण की योजना तब तक समाप्त नहीं करनी चाहिए थी जब तक राज्य कोरोना वायरस के प्रभाव से उभर नहीं जाता। वही लोगों का यह भी कहना है कि मुफ्त राशन से बचे पैसों का इस्तेमाल वे अपने बच्चों की शिक्षा में करते थे लेकिन अब सरकार के बड़े फैसले के कारण बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित होगी और घर चलाना भी मुश्किल हो जाएगा।

इस वर्ष कृषि संकट जैसे हालत मे सरकार के इस फैसले ने लोगों को काफी आहत किया है और उनके सामने आर्थिक समस्याएं भी खड़ी कर दी है।

अंतिम शब्द

देखा आपने कि किस तरह सरकार के मुफ्त राशन वितरण समाप्ति के फैसले ने कैसे बड़ी तादाद मे लोगों को प्रभावित किया।

यह थी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए बड़े फैसले का लोगों पर प्रभाव और उस पर नागरिकों की प्रतिक्रिया। यदि आप इसी तरह की नई-नई खबरों से वाकिफ होना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे। यहां आपको सरकार की नई योजना और उनके द्वारा लिए गए बड़े फैसलों की सटीक जानकारियां प्राप्त होती रहेंगी।

FAQs

उत्तरप्रदेश सरकार का बड़ा फैसला क्या है?

यूपी सरकार का बड़ा फैसला मुफ्त राशन वितरण की समाप्ति है जिसके अंतर्गत 150 मिलियन लोग अर्थात 36 मिलियन राशन कार्ड धारक प्रभावित हुए हैं।

Free Rasion Scheme राशन वितरण समाप्ति के फैसले के बाद राशन कितने रुपये मे प्राप्त होगा?

उत्तर प्रदेश के वे नागरिक जो पत्र गृहस्थी श्रेणी के अंतर्गत आते हैं उन्हें सरकार द्वारा 5 किलो खाद्यान्न प्राप्त होगा जिसमें 2 किलो गेहूं 2 रुपये प्रति किलोग्राम और 3 किलो चावल 3 रुपये  प्रति किलोग्राम दिया जाएगा वहीं अन्त्योदय श्रेणी में आने वाले नागरिकों को 35 किलोग्राम खाद्यान्न प्राप्त होगा जिसमें 14 किलोग्राम गेहूं 2 रुपये प्रति किलोग्राम और 21 किलोग्राम चावल 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्राप्त होगा।

यूपी सरकार के बड़े फैसले पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया देखने को मिली?

यूपी सरकार के बड़े फैसले ने लोगों को काफी आहत किया है। लोगों का कहना है कि उनके सामने आर्थिक समस्याएं खड़ी हो गई है। मुफ्त  राशन से बचे पैसों को वे अपने बच्चों की शिक्षा पर लगाते थे लेकिन अब मुफ्त राशन देने का का फैसला समाप्त कर दिया गया है जिससे उनके बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित होगी और घर चलाना भी मुश्किल होगा।

सरकार की कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं

Rural Backyard Piggery Scheme

Rajiv Gandhi Krishi Majdur Nyay Yojana

मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना

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